हो उतारू हे सखी
माता रानी जी के आरती उतारू हे सखी
जग कल्याणी जी के आरती उतारू हे सखी
केकर देवी ब्राह्मणी
केेकर रूद्राणी
केकर कमलारानी हे सखी.....2
माता रानी जी के आरती उतारू हे सखी
जग कल्याणी जी के आरती उतारू हे सखी
ब्रह्मा जी प्रिय ब्राह्मणी
शिव की रूद्राणी
विष्णु की कमलारानी हे सखी.....2
माता रानी जी के आरती उतारू हे सखी
जग कल्याणी जी के आरती उतारू हे सखी
कौने रूप देवी ब्राह्मणी
कौने रूद्राणी
कौने रूप कमला रानी हे सखी ....2
माता रानी जी के आरती उतारू हे सखी
जग कल्याणी जी के आरती उतारू हे सखी
ज्ञान रूप देवी ब्राह्मणी
शक्ति रूद्राणी
सौम्य रूप कमला रानी हे सखी .....2
माता रानी जी के आरती उतारू हे सखी
जग कल्याणी जी के आरती उतारू हे सखी
देवी भवानी मेरो हृदय बसत है.....2
मात ही मात पुकारू हे सखी
माता रानी जी के आरती उतारू हे सखी
जग कल्याणी जी के आरती उतारू हे सखी
आठों प्रहर बस देवी गुण गाऊ
देवी गुण गाऊ परम पद पाऊ....2
देवी जी के चरण पखारू हे सखी.....2
माता रानी जी के आरती उतारू हे सखी
जग कल्याणी जी के आरती उतारू हे सखी ।।
– अमित पाठक शाकद्वीपी
No comments:
Post a Comment