साहित्य संगम बुक्स के प्रकाशकीय दायित्व एवं साहित्यिक योगदान की महनीय परंपरा को यह ग्रंथ और भी सुदृढ़ करेगा। इसकी भाषा की परिष्कृतता, शैली की गरिमा एवं विचारों की उदात्तता इसे हिंदी साहित्य की अमूल्य निधि के रूप में प्रतिष्ठापित करेगी। इस ग्रंथ का विमोचन साहित्य-प्रेमियों एवं विद्वत्समाज के मध्य विशेष आकर्षण का केंद्र बना रहा, जहाँ अनेक प्रबुद्ध साहित्यकारों एवं सुधी समीक्षकों ने इसकी उत्कृष्टता की मुक्तकंठ से प्रशंसा की। प्रकाशन मंडल ने प्रस्तुत संकलन में सहभागिता हेतु सभी सहयोगी रचनाकारो का धन्यवाद व्यापन किया है। इस अद्वितीय संकलन कोश्रीमती हेमलता साहूकार, श्रीमती प्रतिभा जोशी, श्रीमती पूजा गुप्ता,
डॉ . राजलक्ष्मी शिवहरे, सुश्री रिंकी रंजिनी, श्री अनुज कुमार, श्री अनिल कुमार राज़, डॉ बलवंत सिंह राणा, श्री मुन्ना राम मेघवाल, श्री राकेश राज, श्री मनोज मंजुल, श्री सुबोध कुलश्रेष्ठ, श्री सुरेन्द्र शुक्ला, श्री सुरेन्द्र कुमार रात्रे, श्रीमती नीना श्रीवास्तव, श्री विनोद मिश्र सुरमणि, श्री नंदलाल मणि त्रिपाठी, डॉ चंद्रशेखर सिंह, श्रीमती अल्पना प्रियदर्शी, श्रीमती सुमन गर्ग, श्री राम प्रकाश गहोई, श्री राम सागर कश्यप, श्री विजेंद्र अहीर, श्री भागीरथ सिन्हा, श्री नीरज सिंह, श्री देवानंद मिश्र, श्री हरमन कुमार बघेल, श्री प्रवीण कुमार, श्री उमा कांत सहाय , श्रीमती मंजु बरनवाल, सुश्री आरती निगम, सुश्री सपना शर्मा, श्री आनंद श्रीवास्तव, श्री लाल सिंह किरार, श्री तुलसीराम राजस्थानी, डॉ नौशाब सोहेल, श्री सत्यजीत पुरकायस्थ और श्रीमती सरिता गुप्ता जैसे सुधी कलमकारों ने अपनी सृजनात्मक प्रस्तुतियों से अलंकृत किया है।
'अपनों की बात' न केवल साहित्यिक अभिरुचि सम्पन्न पाठकों के लिए, अपितु नवोदित सृजनधर्मियों के लिए भी एक दिशासूचक दीपशिखा के समान प्रदीप्त होगा। यह ग्रंथ साहित्य के प्रति अनुराग रखने वाले प्रत्येक हृदय में भावनाओं की गूढ़ता एवं विचारों की गंभीरता का संचार करने में सक्षम सिद्ध होगा। पुस्तक ऑनलाइन ईकॉमर्स पोर्टल पर भी उपलब्ध हैं, पाठक गण इसे वहां से प्राप्त कर सकते हैं।
– अमित पाठक शाकद्वीपी
संस्थापक : साहित्य संगम बुक्स
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