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Tuesday, April 1, 2025

अपनों की बात पुस्तक का सफल प्रकाशन

साहित्य जगत में एक नवीन आलोक प्रज्वलित करते हुए, सुप्रसिद्ध साहित्यकार एवं काव्य-संपादक नीता बिष्ट जौनपुरी द्वारा संकलित नवीनतम काव्य-संग्रह 'अपनों की बात' का भव्य विमोचन संपन्न हुआ। यह उत्कृष्ट कृति प्रतिष्ठित प्रकाशन संस्था साहित्य संगम बुक्स के अधीन प्रकाशित हुई है, जो साहित्यिक चेतना के अभ्युदय में एक विशिष्ट योगदान सिद्ध होगी। यह पुस्तक विविध साहित्यिक भावनाओं, समाजोपयोगी विचारों एवं दार्शनिक विमर्शों का अद्वितीय संकलन है, जिसमें अनुभूति की गहनता और अभिव्यक्ति की प्रांजलता समाहित है। 'अपनों की बात' के प्रत्येक पृष्ठ में भाषिक वैभव, अनुप्रास अलंकारिता एवं साहित्यिक प्रौढ़ता की अनुपम झलक परिलक्षित होती है, जो सुधी पाठकों के लिए साहित्यिक तृप्ति का कारक बनेगी। नीता बिष्ट जौनपुरी, जिनकी संपादन-कला में भावात्मक संवेदनशीलता एवं अभिव्यक्ति की उत्कृष्टता समाहित रहती है, ने इस ग्रंथ के संकलन में असाधारण परिश्रम, सूक्ष्म दृष्टि एवं सृजनात्मक निपुणता का परिचय दिया है। इस ग्रंथ में समाविष्ट काव्य रचनाएँ मानवीय भावनाओं की सूक्ष्मता, समाज-सापेक्षता एवं सांस्कृतिक गरिमा का अद्वितीय समावेश प्रस्तुत करती हैं।
साहित्य संगम बुक्स के प्रकाशकीय दायित्व एवं साहित्यिक योगदान की महनीय परंपरा को यह ग्रंथ और भी सुदृढ़ करेगा। इसकी भाषा की परिष्कृतता, शैली की गरिमा एवं विचारों की उदात्तता इसे हिंदी साहित्य की अमूल्य निधि के रूप में प्रतिष्ठापित करेगी। इस ग्रंथ का विमोचन साहित्य-प्रेमियों एवं विद्वत्समाज के मध्य विशेष आकर्षण का केंद्र बना रहा, जहाँ अनेक प्रबुद्ध साहित्यकारों एवं सुधी समीक्षकों ने इसकी उत्कृष्टता की मुक्तकंठ से प्रशंसा की। प्रकाशन मंडल ने प्रस्तुत संकलन में सहभागिता हेतु सभी सहयोगी रचनाकारो का धन्यवाद व्यापन किया है। इस अद्वितीय संकलन कोश्रीमती हेमलता साहूकार, श्रीमती प्रतिभा जोशी, श्रीमती पूजा गुप्ता, 
डॉ . राजलक्ष्मी शिवहरे, सुश्री रिंकी रंजिनी, श्री अनुज कुमार, श्री अनिल कुमार राज़, डॉ बलवंत सिंह राणा, श्री मुन्ना राम मेघवाल, श्री राकेश राज, श्री मनोज मंजुल, श्री सुबोध कुलश्रेष्ठ, श्री सुरेन्द्र शुक्ला, श्री सुरेन्द्र कुमार रात्रे, श्रीमती नीना श्रीवास्तव, श्री विनोद मिश्र सुरमणि, श्री नंदलाल मणि त्रिपाठी, डॉ चंद्रशेखर सिंह, श्रीमती अल्पना प्रियदर्शी, श्रीमती सुमन गर्ग, श्री राम प्रकाश गहोई, श्री राम सागर कश्यप, श्री विजेंद्र अहीर, श्री भागीरथ सिन्हा, श्री नीरज सिंह, श्री देवानंद मिश्र, श्री हरमन कुमार बघेल, श्री प्रवीण कुमार, श्री उमा कांत सहाय , श्रीमती मंजु बरनवाल, सुश्री आरती निगम, सुश्री सपना शर्मा, श्री आनंद श्रीवास्तव, श्री लाल सिंह किरार, श्री तुलसीराम राजस्थानी, डॉ नौशाब सोहेल, श्री सत्यजीत पुरकायस्थ और श्रीमती सरिता गुप्ता जैसे सुधी कलमकारों ने अपनी सृजनात्मक प्रस्तुतियों से अलंकृत किया है। 
                     'अपनों की बात' न केवल साहित्यिक अभिरुचि सम्पन्न पाठकों के लिए, अपितु नवोदित सृजनधर्मियों के लिए भी एक दिशासूचक दीपशिखा के समान प्रदीप्त होगा। यह ग्रंथ साहित्य के प्रति अनुराग रखने वाले प्रत्येक हृदय में भावनाओं की गूढ़ता एवं विचारों की गंभीरता का संचार करने में सक्षम सिद्ध होगा। पुस्तक ऑनलाइन ईकॉमर्स पोर्टल पर भी उपलब्ध हैं, पाठक गण इसे वहां से प्राप्त कर सकते हैं। 

– अमित पाठक शाकद्वीपी 
संस्थापक : साहित्य संगम बुक्स 


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