THANK YOU FOR VISITING

THANK YOU FOR VISITING

Thursday, August 29, 2024

तुम्हारा ही नाम

सुनी जो अगर श्याम बंसी तुम्हारी,
सुनी जो अगर श्याम बंसी तुम्हारी,
तुम्हारा ही नाम जपे राधिका री,
तुम्हारा ही नाम जपे राधिका री,

तान पे जिसके नाचे, 
ये दुनिया ही सारी,
तुम्ही हो वो गिरधर 
तुम्ही हो मुरारी,
तुम्हारा ही नाम जपे राधिका री,

तुम्हीं को है ध्याया तुम्हीं को पुकारी 
तुम्हीं को है ध्याया तुम्हीं को पुकारी 
तेरे प्रेम में खोई सुध बुध ही सारी 
तुम्हारा ही नाम जपे राधिका री,

© अमित पाठक शाकद्वीपी 

No comments:

Post a Comment

करुणामयी प्रकृति

करुणामयी प्रकृति तेरे तन को, तेरे मन को,  सिंचे देकर शक्ति, अपनी माँ से कम भी नहीं है,  करुणामयी प्रकृति। प्रातः काल ये हमें जगा...