सुनी जो अगर श्याम बंसी तुम्हारी,
तुम्हारा ही नाम जपे राधिका री,
तुम्हारा ही नाम जपे राधिका री,
तान पे जिसके नाचे,
ये दुनिया ही सारी,
तुम्ही हो वो गिरधर
तुम्ही हो मुरारी,
तुम्हारा ही नाम जपे राधिका री,
तुम्हीं को है ध्याया तुम्हीं को पुकारी
तुम्हीं को है ध्याया तुम्हीं को पुकारी
तेरे प्रेम में खोई सुध बुध ही सारी
तुम्हारा ही नाम जपे राधिका री,
© अमित पाठक शाकद्वीपी
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